इन हसीन वादियों में _ गुजर गए कितने ही साल ।
इन हसीन वादियों में _ गुजर गए कितने ही साल ।
सबसे ज्यादा खुशियां देगा_ शायद यही साल ।।
झूमेंगे नाचेंगे _ घूमेंगे फिरेंगे गमों को भूलकर सारे ।
नव चिंतन _ नव प्रेरणा में ही गुजरेगा यह साल ।।
राजेश व्यास अनुनय