इन दरकती रेत की दीवारों से,
इन दरकती रेत की दीवारों से,
एक इंतजा मैं करता हूं।
मेरी गुस्ताखी है कि,
रेत का महल बनाया मैंने।
मेरी इस खता की सजा,
तू खुद को तो न दे।
श्याम सांवरा…
इन दरकती रेत की दीवारों से,
एक इंतजा मैं करता हूं।
मेरी गुस्ताखी है कि,
रेत का महल बनाया मैंने।
मेरी इस खता की सजा,
तू खुद को तो न दे।
श्याम सांवरा…