इन तन्हाइयों में तुम्हारी याद आयेगी
इन तन्हाइयों में तुम्हारी याद आयेगी।
किए थे जो वादे उनकी याद आयेगी।।
चांदनी रात में जब चांद चमेगा,
देखकर उसको मेरा दिल धड़केगा।
कैसे इस दिल को मैं समझाऊंगी,
तुम्हारे बिन तो मुझे नींद न आयेगी।
इन तन्हाइयों में तुम्हारी याद आयेगी।।
अंधेरी रात में जब कोई जुगनू चमकेगा,
उसको देखकर मेरा दिल धड़केगा।
पता नही ये रात कैसे कट पायेगी,
शायद आंखो में ये रात कट जायेगी,
इन तन्हाइयों में तुम्हारी याद आयेगी।।
इन तन्हाइयों में न मर सकूंगी न जी संकुगी,
अपने इस गम को किसी न कह संकूगी।
मरती रहूंगी इन गमों के न सह पाऊंगी,
तुम्हारे बिन तो मुझे मौत भी न आयेगी।
इन तन्हाइयों में तुम्हारी याद आयेगी।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम