इन आँखों के भोलेपन में प्यार तुम्हारे लिए ही तो सच्चा है।
इन आँखों के भोलेपन में प्यार तुम्हारे लिए ही तो सच्चा है।
न देखती ये आंखे दुनिया को,बस तुम्हे पढ़ना ही तो अच्छा है।।
न कोई सुख और सुविधा चाहिए,न कोई धन, सम्पति चाहिए,
इन प्यार की प्यासी आंखों में ,तुम्हारा होना ही तो अच्छा है।।
-साधना रस्तोगी”पंखु”