Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Sep 2024 · 1 min read

इन्साफ की पुकार

महिलाओं पर हो रहे अत्याचार, दुष्कर्म और हत्या जैसी घटनाएं हमारे समाज पर एक गहरा धब्बा हैं। हर बेटी, हर बहन और हर माँ को सुरक्षित और सम्मानित महसूस कराने के लिए हमें एकजुट होकर आवाज़ उठानी होगी। ये ग़ज़ल उन सभी निर्दोष पीड़ितों के लिए है, जिन्होंने अपनी ज़िंदगी को खो दिया। दोषियों को कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए और न्याय का पल जल्द आना चाहिए।
इन्ही घटनाओ से व्यथित मन से कुछ पंक्तिया लिखी है की दोषियों को सज़ा मिले…..इन्साफ की पुकार

“वो चीखें जो फिज़ाओं में दबाई जाती हैं,
हर जुर्म के पीछे हँसी उड़ाई जाती हैं।

जो हैवान हैं, वो इंसान कहलाते क्यों हैं?
सड़कों पे औरतों की इज़्ज़त लुटाई जाती है।

अब कानून से फरियाद ये लगाते हैं सब,
हर दरिंदे को कड़ी सज़ा क्यूँ ना दिलाई जाती है?

कब तक यूँ घुटेगी सिसकियों में हर बेटी,
क्यूँ हर बार उसके ख़्वाब को आग लगाईं जाती है

जल्द हो ऐसा कि हर पापी को मिले फांसी,
वरना सिस्टम और कानून तक सिर्फ दुहाई जाती है

©ठाकुर प्रतापसिंह “राणाजी ”
सनावद (मध्यप्रदेश )

Language: Hindi
77 Views
Books from ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
View all

You may also like these posts

बचपन याद किसे ना आती💐🙏
बचपन याद किसे ना आती💐🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
पहचान धूर्त की
पहचान धूर्त की
विक्रम कुमार
प्रेम कहानी
प्रेम कहानी
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
साहित्यकार कौन
साहित्यकार कौन
Kanchan verma
मुझे सहारा नहीं तुम्हारा साथी बनना है,
मुझे सहारा नहीं तुम्हारा साथी बनना है,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
सब मुकम्मल है अपनी नज़रों में ।
सब मुकम्मल है अपनी नज़रों में ।
Dr fauzia Naseem shad
रहे इहाँ जब छोटकी रेल
रहे इहाँ जब छोटकी रेल
आकाश महेशपुरी
*.....उन्मुक्त जीवन......
*.....उन्मुक्त जीवन......
Naushaba Suriya
स्कंदमाता
स्कंदमाता
मधुसूदन गौतम
"खूबसूरत आंखें आत्माओं के अंधेरों को रोक देती हैं"
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तेवरी में ‘शेडो फाइटिंग’ नहीं + योगेन्द्र शर्मा
तेवरी में ‘शेडो फाइटिंग’ नहीं + योगेन्द्र शर्मा
कवि रमेशराज
Kèo Tài Xỉu 789 mang đến trải nghiệm giải trí hấp dẫn, nơi b
Kèo Tài Xỉu 789 mang đến trải nghiệm giải trí hấp dẫn, nơi b
keotaixiu789 com
"ज्वाला
भरत कुमार सोलंकी
"सब्र"
Dr. Kishan tandon kranti
दर्द ना अश्कों का है ना ही किसी घाव का है.!
दर्द ना अश्कों का है ना ही किसी घाव का है.!
शेखर सिंह
बालगीत
बालगीत
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
"मेरे देश की मिट्टी "
Pushpraj Anant
Colours of Life!
Colours of Life!
R. H. SRIDEVI
4074.💐 *पूर्णिका* 💐
4074.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
ग़ज़ल _ मुहब्बत से भरे प्याले , लबालब लब पे आये है !
ग़ज़ल _ मुहब्बत से भरे प्याले , लबालब लब पे आये है !
Neelofar Khan
मुक्तक –  अंत ही आरंभ है
मुक्तक – अंत ही आरंभ है
Sonam Puneet Dubey
"मनुष्य की प्रवृत्ति समय के साथ बदलना शुभ संकेत है कि हम इक्
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
भीगे अरमाॅ॑ भीगी पलकें
भीगे अरमाॅ॑ भीगी पलकें
VINOD CHAUHAN
मै स्त्री कभी हारी नही
मै स्त्री कभी हारी नही
dr rajmati Surana
..
..
*प्रणय*
मैं भागीरथ हो जाऊ ,
मैं भागीरथ हो जाऊ ,
Kailash singh
कुंडलियां
कुंडलियां
Suryakant Dwivedi
पति पत्नी पर हास्य व्यंग
पति पत्नी पर हास्य व्यंग
Ram Krishan Rastogi
सुनो ये मौहब्बत हुई जब से तुमसे ।
सुनो ये मौहब्बत हुई जब से तुमसे ।
Phool gufran
नारी तू नारायणी
नारी तू नारायणी
Dr.Pratibha Prakash
Loading...