इन्तेहा हो गयी
पता ही नहीं चला
कब देखते ही देखते
सब कुछ बदल गया
वो प्यार की जमीन
वो मुहब्बत का
आसमान निगल गया
दोस्त था वो मेरा
वो दुश्मन निकल गया
पता ही नहीं चला
कब देखते ही देखते
सब कुछ बदल गया
वो प्यार की जमीन
वो मुहब्बत का
आसमान निगल गया
दोस्त था वो मेरा
वो दुश्मन निकल गया