इत्र जैसा बहुत महकता है ,
इत्र जैसा बहुत महकता है ,
उजला उजला सनम दहकता है ।
ईद मिलकर गले लगाता जब,
‘नील’ पर नूर तब बरसता है ।
✍नील रूहानी,,
इत्र जैसा बहुत महकता है ,
उजला उजला सनम दहकता है ।
ईद मिलकर गले लगाता जब,
‘नील’ पर नूर तब बरसता है ।
✍नील रूहानी,,