इतने अच्छे मौसम में भी है कोई नाराज़,
इतने अच्छे मौसम में भी है कोई नाराज़,
पता नहीं उसे कि है उसके लिए कुछ ख़ास।
खूब याद आ रही है दिल भी है कितना बेताब,
त्यौहार के इस मौसम में खल रही कमी आज।
…. अजित कर्ण ✍️
इतने अच्छे मौसम में भी है कोई नाराज़,
पता नहीं उसे कि है उसके लिए कुछ ख़ास।
खूब याद आ रही है दिल भी है कितना बेताब,
त्यौहार के इस मौसम में खल रही कमी आज।
…. अजित कर्ण ✍️