Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 May 2022 · 1 min read

इतना तुमको अज़ीज़

इतना तुमको अज़ीज़ कर बैठे ।
मेरे चेहरे में तुम नज़र आये ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
8 Likes · 82 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
4423.*पूर्णिका*
4423.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मनका छंद ....
मनका छंद ....
sushil sarna
* आस्था *
* आस्था *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
प्रियवर
प्रियवर
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
रोते हुए को हॅंसाया जाय
रोते हुए को हॅंसाया जाय
Mahetaru madhukar
वो सफ़र भी अधूरा रहा, मोहब्बत का सफ़र,
वो सफ़र भी अधूरा रहा, मोहब्बत का सफ़र,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मेरे जज़्बात कुछ अलग हैं,
मेरे जज़्बात कुछ अलग हैं,
Sunil Maheshwari
दिल कहता है खुशियाँ बांटो
दिल कहता है खुशियाँ बांटो
Harminder Kaur
याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी।
याद करने के लिए बस यारियां रह जाएंगी।
सत्य कुमार प्रेमी
उनकी ख्यालों की बारिश का भी,
उनकी ख्यालों की बारिश का भी,
manjula chauhan
धन्यवाद के शब्द कहूँ ये कम है।
धन्यवाद के शब्द कहूँ ये कम है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
मॉं जय जयकार तुम्हारी
मॉं जय जयकार तुम्हारी
श्रीकृष्ण शुक्ल
परिंदा हूं आसमां का
परिंदा हूं आसमां का
Praveen Sain
चलना सिखाया आपने
चलना सिखाया आपने
लक्ष्मी सिंह
हज़ल
हज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
*पूर्वाग्रह से प्रेरित जज थे, बहसों में गड़बड़झाला था (राधेश
*पूर्वाग्रह से प्रेरित जज थे, बहसों में गड़बड़झाला था (राधेश
Ravi Prakash
हमेशा भरा रहे खुशियों से मन
हमेशा भरा रहे खुशियों से मन
कवि दीपक बवेजा
देखते देखते मंज़र बदल गया
देखते देखते मंज़र बदल गया
Atul "Krishn"
मंदिर का न्योता ठुकराकर हे भाई तुमने पाप किया।
मंदिर का न्योता ठुकराकर हे भाई तुमने पाप किया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
सिंदूर..
सिंदूर..
Ranjeet kumar patre
नारी के चरित्र पर
नारी के चरित्र पर
Dr fauzia Naseem shad
💐 *दोहा निवेदन*💐
💐 *दोहा निवेदन*💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
"भौतिकी"
Dr. Kishan tandon kranti
वीरों की धरती......
वीरों की धरती......
रेवा राम बांधे
वीर गाथा है वीरों की ✍️
वीर गाथा है वीरों की ✍️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
..
..
*प्रणय प्रभात*
समाप्त हो गई परीक्षा
समाप्त हो गई परीक्षा
Vansh Agarwal
जिंदगी! क्या कहूँ तुझे
जिंदगी! क्या कहूँ तुझे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मेरे दुःख -
मेरे दुःख -
पूर्वार्थ
Loading...