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2 Feb 2022 · 1 min read

इज्ज़त है हमारी।

जैसी भी है जितनी भी है इज्जत है हमारी।
ना हो गर पसंद तुम्हें तो दूसरा घर देख लो।।

गर सीरते यार है तो जिंदगी जन्नते बहार है।
ना आये यकी तो तुम घर बसा कर देख लो।।

✍✍ताज मोहम्मद✍✍

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