इज़हार
जाने क्या है
तेरी आंखों में
जाने क्या है
तेरी बातों में
लाख संभालूं
मैं ख़ुद को मगर
खो जाता हूं
तेरे ख़्वाबों में…
पहले तो कहीं
तुझसे मिला नहीं
तुझे देखा नहीं
तुझे सुना नहीं
तुझसे कोई
रिश्ता निकले
शायद पिछले
जनम की यादों में…
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
(A Dream of Love)