Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Mar 2023 · 1 min read

इजहार ए मोहब्बत

हसरतों को अपनी दबाकर न रक्खों,
लबों पे खामोशी सजाकर न रक्खों,
कबूल गर तुमको है मुझसे मोहब्बत,
तो मोहब्बत को अपनी छुपाकर न रक्खाें।
@साहित्य गौरव
इकरार मुझसे कर लो चाहत का अपनी,
दिल की धड़कनों को तड़पकर न रक्खों,
इजहरें इश्क माना डर लगता बहुत है,
एहसासों को अपने अब डराकर न रक्खाें।
@साहित्य गौरव
हसीन इन लम्हों की नज़ाकत को समझो,
नजरों को अपनी यूं झुकाकर न रक्खों
सिमट जाओ पूरी अब बाहों में हमारी,
हया को तुम अपना बनाकर न रक्खों।
@साहित्य गौरव

3 Likes · 321 Views

You may also like these posts

हमारा ऐसा हो गणतंत्र।
हमारा ऐसा हो गणतंत्र।
सत्य कुमार प्रेमी
पतझड़ और हम जीवन होता हैं।
पतझड़ और हम जीवन होता हैं।
Neeraj Agarwal
आसान नहीं होता
आसान नहीं होता
Surinder blackpen
🚩अमर कोंच-इतिहास
🚩अमर कोंच-इतिहास
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
समझदार बेवकूफ़
समझदार बेवकूफ़
Shyam Sundar Subramanian
आधुनिक बारिश का इंतजार
आधुनिक बारिश का इंतजार
goutam shaw
मतदान और मतदाता
मतदान और मतदाता
विजय कुमार अग्रवाल
न हँस रहे हो ,ना हीं जता रहे हो दुःख
न हँस रहे हो ,ना हीं जता रहे हो दुःख
Shweta Soni
*बिना तुम्हारे घर के भीतर, अब केवल सन्नाटा है ((गीत)*
*बिना तुम्हारे घर के भीतर, अब केवल सन्नाटा है ((गीत)*
Ravi Prakash
माना कि हम सही तुम सही,
माना कि हम सही तुम सही,
श्याम सांवरा
"बेटियाँ"
Dr. Kishan tandon kranti
■ मनुहार देश-हित में।
■ मनुहार देश-हित में।
*प्रणय*
नारी की लुटती रहे, क्यूँ कर दिन दिन लाज ?
नारी की लुटती रहे, क्यूँ कर दिन दिन लाज ?
RAMESH SHARMA
देखिए रिश्ते जब ज़ब मजबूत होते है
देखिए रिश्ते जब ज़ब मजबूत होते है
शेखर सिंह
2615.पूर्णिका
2615.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मैं तेरे दर्पण की छाया हूँ
मैं तेरे दर्पण की छाया हूँ
Sukeshini Budhawne
प्यार का उत्साह
प्यार का उत्साह
Rambali Mishra
श्रद्धा
श्रद्धा
OM PRAKASH MEENA
जमी से आसमा तक तेरी छांव रहे,
जमी से आसमा तक तेरी छांव रहे,
Anamika Tiwari 'annpurna '
मिट जाए हर फ़र्क जब अज़ल और हयात में
मिट जाए हर फ़र्क जब अज़ल और हयात में
sushil sarna
"What comes easy won't last,
पूर्वार्थ
*
*"नरसिंह अवतार"*
Shashi kala vyas
क्षितिज पार है मंजिल
क्षितिज पार है मंजिल
Atul "Krishn"
दिल की आवाज़ सुन लिया करिए,
दिल की आवाज़ सुन लिया करिए,
Dr fauzia Naseem shad
मैं कैसे कहूं कि क्या क्या बदल गया,
मैं कैसे कहूं कि क्या क्या बदल गया,
Jyoti Roshni
आप देखो जो मुझे सीने  लगाओ  तभी
आप देखो जो मुझे सीने लगाओ तभी
दीपक झा रुद्रा
हमें स्वयं के प्रति संदेह करना होगा जीवन की गहराई में उतरना
हमें स्वयं के प्रति संदेह करना होगा जीवन की गहराई में उतरना
Ravikesh Jha
मुझे वास्तविकता का ज्ञान नही
मुझे वास्तविकता का ज्ञान नही
Keshav kishor Kumar
विश्वास मत तोड़ना मेरा
विश्वास मत तोड़ना मेरा
Sonam Puneet Dubey
जिस चीज में दिल ना लगे,
जिस चीज में दिल ना लगे,
Sunil Maheshwari
Loading...