Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
77 Followers
Follow
Report this post
25 Mar 2023 · 1 min read
इक झटका सा लगा आज,
इक झटका सा लगा आज,
मानो जिंदगी की रेलगाड़ी अचानक ठहर गयी हो।
Tag:
Quote Writer
Like
Share
2 Likes
· 236 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
बहराइच की घटना पर मिली प्रतिक्रियाओं से लग रहा है कि लोहिया
गुमनाम 'बाबा'
!..............!
शेखर सिंह
निहारा
Dr. Mulla Adam Ali
भक्तिकाल
Sanjay ' शून्य'
अश्रु
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
मुझ पे एहसान वो भी कर रहे हैं
Shweta Soni
शीर्षक तेरी रुप
Neeraj Agarwal
राख देह की पांव पसारे
Suryakant Dwivedi
"दोस्ताना "
DrLakshman Jha Parimal
ज्ञान का अर्थ अपने बारे में होश आत्मबोध
ओंकार मिश्र
मेरा कान्हा जो मुझसे जुदा हो गया
कृष्णकांत गुर्जर
एक तरफे इश्क़ के आदि लोग,
ओसमणी साहू 'ओश'
"किसान का दर्द"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
विचलित लोग
Mahender Singh
सबकी विपदा हरे हनुमान
sudhir kumar
"आग से बचा लो"
Dr. Kishan tandon kranti
..
*प्रणय*
✍️ नशे में फंसी है ये दुनियां ✍️
राधेश्याम "रागी"
खयालात( कविता )
Monika Yadav (Rachina)
अरदास
Buddha Prakash
4888.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हम कुछ कार्य करने से पहले बहुत बार कल्पना करके और समस्या उत्
Ravikesh Jha
संस्कारों की रिक्तता
पूर्वार्थ
हमने ये शराब जब भी पी है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ग़ज़ल(ये शाम धूप के ढलने के बाद आई है)
डॉक्टर रागिनी
उस चाँद की तलाश में
Diwakar Mahto
जो लगती है इसमें वो लागत नहीं है।
सत्य कुमार प्रेमी
बारिश की हर बूँद पर ,
sushil sarna
तेरा-मेरा साथ, जीवनभर का ...
Sunil Suman
यह कौनसा आया अब नया दौर है
gurudeenverma198
Loading...