Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Nov 2021 · 1 min read

इक चाँद नज़र आया जब रात ने ली करवट

इक चाँद नज़र आया जब रात ने ली करवट
दिल मेरा मचल उट्ठा जज़्बात ने ली करवट

हर सिम्त अंधेरा था, तुम आये ख़ुशा क़िस्मत
नूरानी हुई महफ़िल, ज़ुल्मात ने ली करवट

जब डसने लगे दिल को लम्हात जुदाई के
इक हूक उठी दिल में, लम्हात ने ली करवट

फिर जाम कोई छलका,फिर ज़ख़्म मिरे महके
फिर याद कोई आया, सदमात ने ली करवट

फिर तोड़ दिया उसने तौबा का चलन “आसी”
जब घिर के घटा छाई, बरसात ने ली करवट
________◆_________

263 Views

You may also like these posts

शेर
शेर
Abhishek Soni
AE888 là nhà cái uy tín hàng đầu cho cược thể thao, casino t
AE888 là nhà cái uy tín hàng đầu cho cược thể thao, casino t
AE888
जितनी लंबी जबान है नेताओं की ,
जितनी लंबी जबान है नेताओं की ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
प्यार का रिश्ता
प्यार का रिश्ता
Surinder blackpen
लाभ की इच्छा से ही लोभ का जन्म होता है।
लाभ की इच्छा से ही लोभ का जन्म होता है।
Rj Anand Prajapati
पिता
पिता
GOVIND UIKEY
मेरा दिल हरपल एक वीरानी बस्ती को बसाता है।
मेरा दिल हरपल एक वीरानी बस्ती को बसाता है।
Phool gufran
रमेशराज के 12 प्रेमगीत
रमेशराज के 12 प्रेमगीत
कवि रमेशराज
*जिंदगी से हर किसी को, ही असीमित प्यार है (हिंदी गजल)*
*जिंदगी से हर किसी को, ही असीमित प्यार है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
"साम","दाम","दंड" व् “भेद" की व्यथा
Dr. Harvinder Singh Bakshi
खूबसूरती
खूबसूरती
Ritu Asooja
बात मन की
बात मन की
surenderpal vaidya
फुर्सत
फुर्सत
Sudhir srivastava
अपने हुस्न पर इतना गुरूर ठीक नहीं है,
अपने हुस्न पर इतना गुरूर ठीक नहीं है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मैं जाटव हूं और अपने समाज और जाटवो का समर्थक हूं किसी अन्य स
मैं जाटव हूं और अपने समाज और जाटवो का समर्थक हूं किसी अन्य स
शेखर सिंह
लक्ष्मी माता की कृपा पाने के लिए उनके वाहन का पूजन आवश्यक है
लक्ष्मी माता की कृपा पाने के लिए उनके वाहन का पूजन आवश्यक है
*प्रणय*
With every step, you learn, you soar,
With every step, you learn, you soar,
Sakshi Singh
Stories whose plots are often untouched and mysteries are un
Stories whose plots are often untouched and mysteries are un
Chaahat
अधबीच
अधबीच
Dr. Mahesh Kumawat
सखि री!
सखि री!
Rambali Mishra
ऐसा लगा कि हम आपको बदल देंगे
ऐसा लगा कि हम आपको बदल देंगे
Keshav kishor Kumar
भीड़ दुनिया में हद से ज़्यादा है,
भीड़ दुनिया में हद से ज़्यादा है,
Dr fauzia Naseem shad
बचपन में…
बचपन में…
पूर्वार्थ
आज़ादी
आज़ादी
Dr Archana Gupta
"आजादी की चाह"
Pushpraj Anant
मेरे भैया मेरे अनमोल रतन
मेरे भैया मेरे अनमोल रतन
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
देखना मत राह मेरी
देखना मत राह मेरी
अमित कुमार
4921.*पूर्णिका*
4921.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
" क्यों "
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...