इक इक शहर निकलता जा रहा
इक इक शहर निकलता जा रहा
रास्ता मेरे कदमों से नापता जा रहा
कुछ ही दूरी बची है मेरे गांव तक की
मैं भी खुशी खुशी इंतजार करता जा रहा
शिव प्रताप लोधी
इक इक शहर निकलता जा रहा
रास्ता मेरे कदमों से नापता जा रहा
कुछ ही दूरी बची है मेरे गांव तक की
मैं भी खुशी खुशी इंतजार करता जा रहा
शिव प्रताप लोधी