इंसाफ मिलने में देरी क्यों ?
जिस हिसाब से बेचारी हमारी निर्भया जैसी बेटियों को इंसाफ मिलने में इतनी देरी हो रही है इससे बेहतर तो इन दरिंदों का एनकाउंटर ही कर देना ही उचित था। जिस तरह से ये कमबख्त दरिंदे जेल में मजे से मुफ्त की रोटियां तोड़ रहे हैं ।मानो यह जेल इनके लिए जेल नहीं , होटल हो गई ,जहां यह ऐश से रह रहे हैं और जाने किसकी शह से बड़ी बेशर्मी से कानून से खेल रहे हैं ।माननीय राष्ट्रपति जी की नमांजुरी भी जिनके लिए कोई मायने नहीं रख रही । आखिर इतने शक्तिशाली यह कैसे हो गए ? कौन है वह महा शैतान जिसकी शह पाकर इतने जायदा उछल रहे हैं?