इंसान बदला
पैसे ने तौर -तरीका और इंसान बदला है
हार-जीत के लिये अब स्वाभिमान बदला है
चमक-दमक चार दिन की है मत भुलना
क्यों अपने मन-मंदिर मेंं भगवान बदला है
अभिषेक शर्मा
पैसे ने तौर -तरीका और इंसान बदला है
हार-जीत के लिये अब स्वाभिमान बदला है
चमक-दमक चार दिन की है मत भुलना
क्यों अपने मन-मंदिर मेंं भगवान बदला है
अभिषेक शर्मा