********* (((( इंसान की मानसिकता…के कुछ नमूने ))))))********::
रिक्शा वाले से. ….अरे यहाँ के तो 10 लगते हैं तुम 20 कैसे मांग रहे हो ??
सब्जी वाले से…… अरे जरा सही से भाव लगा लो, वो तो सस्ता दे रहा है ??
कपडे वाले से— भईया लूट रहे हो तुम तो, इतनी कीमत तो नहीं इसकी ??
टेम्पो वाले से…. अरे चल स्टाफ हूँ, अभी बात करवाऊं.
लोकल बस……पांच लेने हैं.10 तो लगते ही नहीं यहाँ तक के.वैसे स्टाफ हूँ.
तुझ को दे ही रहा हूँ…
और उसके बाद……
डॉक्टर की फीस……………………………बोलती बंद…..
स्कूल / कालेज की फीस………………….चुपचाप देना..
कोचिंग की फ़ीस………………………हर सब्जेक्टकेअलग…मंजूर है
कोर्ट फीस……………बस मुकदमा जितवा दो..चाहे जितने खर्च हों…
और जब मेरे पास कोई चित्रकारी करवाने आता है तो कह देता है…
जब की में खुद अपना सब कुछ लगा देता हूँ उसकी सजावट में.
पूरी मेहनत के….बाद…
भाई साहब….जरा काम बढ़िया करना. और पैसे..जरा सही से लगा लेना..बस पढ़ा ही रहे हैं किसी तरह से..कान्वेंट स्कूल में>>>>>
वाह रे ज़माना, और जमाने के लोग !!!!
अजीत तलवार
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