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27 Apr 2024 · 1 min read

इंसान एक खिलौने से ज्यादा कुछ भी नहीं,

इंसान एक खिलौने से ज्यादा कुछ भी नहीं,
क्योंकि कोई उसके साथ दिल से खेलता है
तो कोई दिमाग से।

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