— इंसानियत —
✍️✍️✍️मेरी कलम से???
“”भूख “” सब को लगती है, चाहे इंसान हो, जानवर हो, पक्षी हो,
आज हर जगह इंसान बेबस, लाचार, परेशान, दुखी है, चारों तरफ बस एक ही बात सुनाई देती है…या तो मौत, या तो अस्पताल में जीवन के प्रति संघर्ष करता हुआ प्राणी ! किस कर्मों की वजह से है, क्या ऐसे अपराध कर चुका है, जिस की उस को बहुत कठोर सजा इस समय मिल रही है, या कह सकते हैं, किया किसी ने है, भर कोई दूजा ही रहा है..इन सब के बीच अगर बात की जाए तो वो है..”भूख” की जो सब को लगती है, चाहे वो बीमार है, चाहे वो स्वस्थ है, चाहे वो सफ़र में है, चाहे वो जीवन की आखिरी साँसे गिन रहा है !
और आज के समय को देख कर , वाकई बहुत दुःख होता है, जब राह चलते हाथ फैलाए लोगों को देखा जाए, कि उनको खाना तक नसीब नही हो रहा है ! परेशां हैं लोग, न जाने कितने घर ऐसे हो गए, जिनके घरों में चूल्हा तक नही जल पा रहा है, न जाने कितने घर ऐसे हैं, जो बेरोजगारी की आग में जल रहे हैं, न जाने कितने ऐसे शख्स हैं, जो जूझ रहे हैं, अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए !!
इस वक्त जिन्दगी सच में बहुत बड़ा इम्तेहान ले रही है..इश्वर की नजर सब पर है, वो ही जानता है, कि किस को धरती पर , किस वक्त तक संघर्ष करना है, इस तरह के विडियो देखकर सोच में पड़ जाता हूं, कि कैसे चलेगा जीवन, कैसे भरेगा सब का पेट, जीने के लिए, खाना तो जरुरी है ही, इस के बिना तो जीवन खत्म है..
इस वक्त सच में उन सब को ऐसे ही लोगों की मदद की बहुत जरुरत है, जो लोग सम्प्पन्न हैं, जो किसी का भला कर सकते है, जरुरी नही है,उस के लिए किसी पब्लिसिटी की जरुरत हो. मैं तो इतना ही कहूँगा,जो लोग काबिल हैं, वो किसी को पैसा न देकर उनको खाने के लिए कुछ न कुछ उन सब को जरुर दो, जिनको वाकई भूख की जरुरत है, भूख में किसी तरह की हवस, विलासता या लालच न हो, जिस को दो, वो उस को खाए, न की लालचवश इकठ्ठा करे…!!
ऐसे उन सब लोगों का मैं दिल से धन्यवाद् करता हूँ, जो दिल से इस काम में जुड़े हुए हैं, जिनका मिशन है, जन कल्याण की सेवा करना , यह ही इंसानियत है, जो सब के काम आ सके..ऐसे लोगों पर इश्वर का हाथ सदा बना रहता है..आप एक कदम बढाते हो, वो न जाने कितने कदम तक साथ निभाता है ! बहुत बहुत शुक्रिया उन सब को, जो भी इंसान सेवा भावना से, किसी भी इंसान की मदद करता है…
अजीत कुमार तलवार
मेरठ