इंतज़ार
ज़ख्म मचलते है आज
मन में चुभी एक फाँस ,
पल पल यूँ टूट कर
मुस्कान लव से रूठकर ,
जाने कहाँ गुम हो गई
राहे अश्क़ में खो गई ,
धड़कन को है इंतज़ार
दर्द का फिर एक बार ,
ज़ख्म मचलते है आज
मन में चुभी एक फाँस ,
पल पल यूँ टूट कर
मुस्कान लव से रूठकर ,
जाने कहाँ गुम हो गई
राहे अश्क़ में खो गई ,
धड़कन को है इंतज़ार
दर्द का फिर एक बार ,