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2 May 2024 · 1 min read

इंतजार

बच्चे खेल रहे थे
दिन को ढलता जाता देख
काप उठी थी
फिर से मैं
यह सोच
सब छुट जायेगा पीछे
समय की गहराईयों मे डूब
मेरे ह्रदय के असीम प्रेम को
मात दी है रोशनी ने
मेरे हिस्से मे अधियारा सौप
बावजूद इसके
पाने को साथ ‘अनस’ का
निशा के जीवन को है
दिन का इंतजार……

Language: Hindi
101 Views
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