इंतजार
बच्चे खेल रहे थे
दिन को ढलता जाता देख
काप उठी थी
फिर से मैं
यह सोच
सब छुट जायेगा पीछे
समय की गहराईयों मे डूब
मेरे ह्रदय के असीम प्रेम को
मात दी है रोशनी ने
मेरे हिस्से मे अधियारा सौप
बावजूद इसके
पाने को साथ ‘अनस’ का
निशा के जीवन को है
दिन का इंतजार……