इंतज़ार
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बड़ी मुद्दत पे आए हो,
ज़रा दीदार करने दो।
ठहरो ज़रा कुछ पल,
नज़र दो चार करने दो।
कुछ दिन जो तुम ठहरो यहाँ,
बातें पुरानी कर लें हम।
हम जानते हैं कि हमारी,
बात न होगी खत्म।
कुछ सुकून मिल जाए,
गर तुम बात करने दो।
बड़ी मुद्दत पे आए हो,
ज़रा दीदार करने दो।
तेरे बिना हर शाम,
बेजान सी लगती है।
तेरे साथ की उम्मीद,
अब अरमान सी लगती है।
दिल की बातों को भी,
ज़रा बहार करने दो।
बड़ी मुद्दत पे आए हो,
ज़रा दीदार करने दो।
दिल में छुपे अरमान,
सब बयां कर देंगे हम।
तेरे साथ की रातें,
यादगार कर देंगे हम।
पलकों के साये में,
बस एक ख़्वाब भरने दो।
बड़ी मुद्दत पे आए हो,
ज़रा दीदार करने दो।
तेरी मुस्कान की खुशबू,
महकने लगी है फिर से।
तेरे प्यार की रौशनी,
चमकने लगी है फिर से।
इन आँखों को आज,
ज़रा ख़ुमार करने दो।
बड़ी मुद्दत पे आए हो,
ज़रा दीदार करने दो।