आ भी जाओ तुम
सफ़र तन्हा नहीं कटता कहां हो आ भी जाओ तुम।
पकड़ लो हाथ ये मेरा न इतना अब लजाओ तुम।।
चलेंगे हम नई राहों पे मंजिल भी नई होगी।
सफ़र लम्बा बहुत है ये न देरी अब लगाओ तुम।।
सफ़र तन्हा नहीं कटता कहां हो आ भी जाओ तुम।
पकड़ लो हाथ ये मेरा न इतना अब लजाओ तुम।।
चलेंगे हम नई राहों पे मंजिल भी नई होगी।
सफ़र लम्बा बहुत है ये न देरी अब लगाओ तुम।।