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27 Feb 2023 · 1 min read

आ जाओ मिलने अब मेरे साँवरिया

आ जाओ मिलने अब मेरे साँवरिया
है सूनी सूनी दिल की बहुत डगरिया

रंगों की दुनिया लेकर आया फागुन
लाया है डलिया फूलों की वो चुन चुन
तुम भर दो प्यासे मन की रीती गागर
रँग दो अपने ही रँग में प्रेम चुनरिया
आ जाओ मिलने अब मेरे साँवरिया

तुम्हें देखकर मिट जाता है गम सारा
मुझको लगता है प्यारा साथ तुम्हारा
झोली में भर दो मिलने की कुछ घड़ियाँ
बस इंतज़ार में बीते न ये उमरिया
आ जाओ मिलने अब मेरे साँवरिया

बिना तुम्हारे रँग फीके हैं जीवन के
मैं किसे सुनाऊँ दर्द प्रिये इस मन के
तुम दरस दिखा दो रँग दो मेरी दुनिया
मैं ढूंढत ढूंढत होय रही बावरिया
आ जाओ मिलने अब मेरे साँवरिया

26-02-2023
डॉ अर्चना गुप्ता

3 Likes · 1 Comment · 930 Views
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