आ जाओ प्रभु तारणहार
आ जाओ प्रभु तारणहार ।
लेकर अब कल्कि अवतार ।।
कोरोना शत्रु बड़ा बलवान ।
छुप छुप कर मारे इंसान ।।
यह अदृश्य निर्दयी है क्रूर ।
बिना बुलाए आता नही जरूर ।।
आ जाओ प्रभु तारणहार ।
लेकर अब कल्कि अवतार ।।
त्रेता में बन कर प्रभु श्री राम ।
रावण का किया काम तमाम ।।
द्वापर में बनकर कृष्ण कन्हैया ।
कंस को मार सम्भाली धर्म नैया ।।
आ जाओ प्रभु तारणहार ।
लेकर अब कल्कि अवतार ।।
चहुँओर छाया घोर अंधकार ।
सारे संसार मे मचा हाहाकार ।।
सब ताक रहे विश्व गुरु की ओर ।
है!प्रभु दीजिए खुशियों की भौर ।।
आ जाओ प्रभु तारणहार ।
लेकर अब कल्कि अवतार ।।
।।।जेपीएल।।।