Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Sep 2020 · 1 min read

आ गले मुझको लगाओ

2122 2122 2122 2122

जाँ न जाओ लौट आओ, यूँ न तनहा छोड़ जाओ।
क्यों खफ़ा हो इस तरह तुम,बात क्या मुझको बताओ।
मानता हूँ भूल अपनी, जो हुई है अब न होगी,
भूलकर सारी ख़ता को, आ गले मुझको लगाओ।

Language: Hindi
2 Likes · 214 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
आप सभी को नववर्ष की हार्दिक अनंत शुभकामनाएँ
आप सभी को नववर्ष की हार्दिक अनंत शुभकामनाएँ
डॉ.सीमा अग्रवाल
पिता के बिना सन्तान की, होती नहीं पहचान है
पिता के बिना सन्तान की, होती नहीं पहचान है
gurudeenverma198
जिसके हृदय में जीवों के प्रति दया है,
जिसके हृदय में जीवों के प्रति दया है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
आज फिर किसी की बातों ने बहकाया है मुझे,
आज फिर किसी की बातों ने बहकाया है मुझे,
Vishal babu (vishu)
!..........!
!..........!
शेखर सिंह
मन है एक बादल सा मित्र हैं हवाऐं
मन है एक बादल सा मित्र हैं हवाऐं
Bhargav Jha
छोटी-सी बात यदि समझ में आ गयी,
छोटी-सी बात यदि समझ में आ गयी,
Buddha Prakash
धरती मेरी स्वर्ग
धरती मेरी स्वर्ग
Sandeep Pande
नंगा चालीसा [ रमेशराज ]
नंगा चालीसा [ रमेशराज ]
कवि रमेशराज
122 122 122 12
122 122 122 12
SZUBAIR KHAN KHAN
अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर
अंतरराष्ट्रीय वृद्ध दिवस पर
सत्य कुमार प्रेमी
साया
साया
Harminder Kaur
बीती रात मेरे बैंक खाते में
बीती रात मेरे बैंक खाते में
*Author प्रणय प्रभात*
Kagaj ki nav ban gyi mai
Kagaj ki nav ban gyi mai
Sakshi Tripathi
दिल के कोने में
दिल के कोने में
Surinder blackpen
निहारने आसमां को चले थे, पर पत्थरों से हम जा टकराये।
निहारने आसमां को चले थे, पर पत्थरों से हम जा टकराये।
Manisha Manjari
"शब्दों का संसार"
Dr. Kishan tandon kranti
गिरोहबंदी ...
गिरोहबंदी ...
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
सब कुछ हो जब पाने को,
सब कुछ हो जब पाने को,
manjula chauhan
फूल कुदरत का उपहार
फूल कुदरत का उपहार
Harish Chandra Pande
सरहदों को तोड़कर उस पार देखो।
सरहदों को तोड़कर उस पार देखो।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
93. ये खत मोहब्बत के
93. ये खत मोहब्बत के
Dr. Man Mohan Krishna
दिल का कोई
दिल का कोई
Dr fauzia Naseem shad
है कौन वो राजकुमार!
है कौन वो राजकुमार!
Shilpi Singh
योगी?
योगी?
Sanjay ' शून्य'
बेटियाँ
बेटियाँ
Mamta Rani
जब घर से दूर गया था,
जब घर से दूर गया था,
भवेश
बस तुम्हें मैं यें बताना चाहता हूं .....
बस तुम्हें मैं यें बताना चाहता हूं .....
Keshav kishor Kumar
2806. *पूर्णिका*
2806. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आवाज़ दीजिए Ghazal by Vinit Singh Shayar
आवाज़ दीजिए Ghazal by Vinit Singh Shayar
Vinit kumar
Loading...