Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Nov 2023 · 1 min read

आ गया मौसम सुहाना

आ गया मौसम सुहाना…

आ गया मौसम सुहाना तुम नही आये मगर।
रह गया मन को मनाना तुम नही आये मगर।

कर रहे थे हम प्रतीक्षा हो खड़े उस राह में,
फिर वही झूठा बहाना तुम नही आये मगर।

जो हमारी ज़िन्दगी में अहमियत है आपकी,
था यही तुमको बताना तुम नही आये मगर।

रोशनी कहता रहा जिसको सभी से मैं यहाँ,
रह गया परदा उठाना तुम नही आये मगर।

हसरतें हँसने लगी थी रोज ‘राही’ रात में,
लग गया हँसने ज़माना तुम नही आये मगर।

डाॅ. राजेन्द्र सिंह ‘राही’
(बस्ती उ. प्र.)

Language: Hindi
147 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
2995.*पूर्णिका*
2995.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कुंडलिनी छंद
कुंडलिनी छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
ओझल मनुआ मोय
ओझल मनुआ मोय
श्रीहर्ष आचार्य
माँ..
माँ..
Shweta Soni
सफ़र में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो
सफ़र में धूप तो होगी जो चल सको तो चलो
पूर्वार्थ
भगवान भी शर्मिन्दा है
भगवान भी शर्मिन्दा है
Juhi Grover
तिलक-विआह के तेलउँस खाना
तिलक-विआह के तेलउँस खाना
आकाश महेशपुरी
" चार पाई"
Dr. Kishan tandon kranti
पाश्चात्य विद्वानों के कविता पर मत
पाश्चात्य विद्वानों के कविता पर मत
कवि रमेशराज
अविरल होती बारिशें,
अविरल होती बारिशें,
sushil sarna
छा जाओ आसमान की तरह मुझ पर
छा जाओ आसमान की तरह मुझ पर
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
सफ़र जिंदगी का (कविता)
सफ़र जिंदगी का (कविता)
Indu Singh
मुझे वास्तविकता का ज्ञान नही
मुझे वास्तविकता का ज्ञान नही
Keshav kishor Kumar
बिन माली बाग नहीं खिलता
बिन माली बाग नहीं खिलता
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
*रोते-रोते जा रहे, दुनिया से सब लोग (कुंडलिया)*
*रोते-रोते जा रहे, दुनिया से सब लोग (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
" कल से करेंगे "
Ranjeet kumar patre
हमेशा एक स्त्री उम्र से नहीं
हमेशा एक स्त्री उम्र से नहीं
शेखर सिंह
काश तुम मिले ना होते तो ये हाल हमारा ना होता
काश तुम मिले ना होते तो ये हाल हमारा ना होता
Kumar lalit
The engulfing darkness and the silence stretched too long,
The engulfing darkness and the silence stretched too long,
Manisha Manjari
पैसे की क़ीमत.
पैसे की क़ीमत.
Piyush Goel
*डॉ अरुण कुमार शास्त्री*
*डॉ अरुण कुमार शास्त्री*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कभी कभी ज़िंदगी में लिया गया छोटा निर्णय भी बाद के दिनों में
कभी कभी ज़िंदगी में लिया गया छोटा निर्णय भी बाद के दिनों में
Paras Nath Jha
मधुर-मधुर मेरे दीपक जल
मधुर-मधुर मेरे दीपक जल
Pratibha Pandey
🙅व्यूज़ की पाठशाला🙅
🙅व्यूज़ की पाठशाला🙅
*प्रणय*
बनारस का घाट
बनारस का घाट
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
#कहमुकरी
#कहमुकरी
Suryakant Dwivedi
*चाल*
*चाल*
Harminder Kaur
जुगनू
जुगनू
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Only attraction
Only attraction
Bidyadhar Mantry
विकृतियों की गंध
विकृतियों की गंध
Kaushal Kishor Bhatt
Loading...