आज़ाद गज़ल
अच्छा ! तो आप एक पत्रकार हैं
जरा ये भी बताएं किस प्रकार हैं ।
गर सत्ताधारी के पक्ष में लिखतें हैं
तब आप एक शातिर चाटुकार हैं।
अगर सत्ता के खिलाफ़ लिखतें हैं
फ़िर आप सियासत के शिकार हैं ।
अगर जनता के पक्ष में लिखतें हैं
तो आप एक बुद्धिजीवी मक्कार हैं ।
गर सिर्फ़ संतुष्टि के लिए लिखतें हैं
तो आप बिलकुल जैसे सरकार हैं ।
गर आप हक़ दिलाने को लिखते हैं
फिर तो आप खुद ही समझदार हैं ।
-अजय प्रसाद