आज़ाद गज़ल
तुमने मुझे “आई लव यू “बोला
रास्ता मेरी तबाही का खोला ।
बेवकूफ समझती हो क्या तुम
हूँ चालाक पर दिखता हूं भोला ।
अदाएँ तेरी मुबारक हो तुझको
दिल मेरा आज तक नहीं डोला ।
सीधे-सीधे मुद्दे की बात कर तू
न हूँ मैं मजनूँ,न है तू मेरी लैला ।
जलवे तेरे मुझे रास नहीं आते हैं
और देखते ही खुन मेरा खौला ।
जिस्मों की ज़कात करते हो तुम
कभी क्या तूने है मन को टटोला
-अजय प्रसाद