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18 Oct 2020 · 1 min read

आज़ाद गज़ल

अपनी मक़बूलियत पे भी ध्यान देतें हैं
इसलिए तो वो विवादित वयान देतें हैं।
कहीं जंग न लगे लफ्जों के तलवार में
उन्हें वो अक़सर मज़हबी म्यान देतें हैं।
जब कभी भी जनता जाग जाती है यारों
उनकों धर्म और पाखंड का ज्ञान देतें हैं ।
भीड़ चाहे हो किसी धर्म या जाति का
भड़कने लिये वक़्त एक समान देतें हैं।
लगता है कि तू भी जान गंवाएगा अजय
ऐसे लोगों को वो तोह्फ़े में शमशान देतें हैं।
-अजय प्रसाद

1 Like · 353 Views
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