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29 Aug 2020 · 1 min read

आज़ाद गज़ल

लो अब सियासत शुरू हो गई
खुद की हिफाज़त शुरू हो गई ।

हादसों के तवे पे सेंकते रोटियाँ
नेताओं की रवायत शुरू हो गई ।

है फिक्र किसे यहाँ अवाम की
कुर्सी की हिमायत शुरू हो गई ।

वही हम हैं,वही तुम हो ,तो क्यों
दोनो में हिकारत शुरू हो गई ।

हुए अजय जब से वो जुदा हमसे
खुशियों से अदावत शुरू हो गई
-अजय प्रसाद

4 Likes · 1 Comment · 190 Views
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