आह्वान
निज धर्म के सम्मान हेतु ,
ना उठाओगे यदि अपने चरण।
तो यूं ही उपहास बनता रहेगा,
होगा इसके अस्तित्व का क्षरण ।
कभी फिल्मी दुनिया वाले ,
तो कभी अन्य धर्म के लोग ,
अपनाते रहेंगे इसके मिटाने के उपकरण ।
इतनी भी उदारता अच्छी नहीं,
के तुम्हारा अनुचित लाभ कोई उठाता रहे ,
और तुम मौन और निष्क्रिय बने रहो ।
और तुम्हारे समक्ष कोई तुम्हारे मूल्यों ,
और आराध्य देव देवता ,भगवान का अपमान करे ,
और तुम सहते रहो।
तुम्हारे लिए यह स्वाभिमान का विषय हो ,
अन्यथा उचित है तुम्हारा मरण ।
अतः हिंदू भाई बहनों !
कृपया इस हेतु एक सुर में इस अन्याय के विरुद्ध ,
आवाज उठाओ।
रोको अपने प्यारे हिंदू धर्म का क्षरण ।