आहिस्ता – आहिस्ता उसे
1.
आहिस्ता – आहिस्ता उसे
ये एहसास हो गया
उस खुदा की रजा में ही
हमारी रजा है
2.
बदनसीब समझ खुद को
यूं जी रहा था वो
किसी के गम क्या कम किये
वो खुदा की आँखों का नूर हो गया
1.
आहिस्ता – आहिस्ता उसे
ये एहसास हो गया
उस खुदा की रजा में ही
हमारी रजा है
2.
बदनसीब समझ खुद को
यूं जी रहा था वो
किसी के गम क्या कम किये
वो खुदा की आँखों का नूर हो गया