आहा आहा जिंदगानी
जरा इन से पूछ लीजिए क्या है जिंदगानी। जिनके घर में लक्ष्मी हैं नौकरानी। उनकी तो हा हा हा हा जिंदगानी कैसी है जिंदगानी जरा हमसे पूछिए। जो रोज इमानदारी से खाते कमाते हैं। आंखों को नीचे आंखें बीते मजदूरों का शोषण बदसूरत जारी है और फिर भी हमारी। आहा आहा जिंदगानी। इसमें है संवेदना किसमें है चेतना। आंख है भरी-भरी क्या मुस्काना। योगी का कहना है हमेशा खुश रहना है। जर्जर हो गई यह हमारी। फिर भी आ हा हा हा जिंदगानी। जिनके घर में कुबेर भरे पानी। जिनके घर की लक्ष्मी नौकरानी। हा हा हा हा जिंदगानी