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12 May 2023 · 1 min read

आहट

हर सांझ तुम्हारे आने की मैं आहट सुना करता था
हृदय की हर धड़कन में तुमको ही ढूंढा करता था
आओगी तुम जीवन में विश्वास अटल था बचपन से
जिंदगी के हर ताने-बाने मैं तुमसे ही बुना करता था

संजय
11=4=2023

Language: Hindi
278 Views
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