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5 Sep 2021 · 1 min read

आस का तारा

बहुत याद करा उन्हें
पल पल याद करा पर
वह लौटकर वापिस
मेरे पास नहीं आये लेकिन
अपने दिल में पलती
आस का तारा कभी तोड़ा नहीं
मैंने चाहे तो फिर
हर रात
आसमान से
न जाने कितने ही तारे
टूटे।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
367 Views
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