आस का तारा
बहुत याद करा उन्हें
पल पल याद करा पर
वह लौटकर वापिस
मेरे पास नहीं आये लेकिन
अपने दिल में पलती
आस का तारा कभी तोड़ा नहीं
मैंने चाहे तो फिर
हर रात
आसमान से
न जाने कितने ही तारे
टूटे।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001