आसार होंगे
दशा देश की सुधरे आसार होगे
जो मारे फिरे बेरोजगार होगे
पडी सबको यहाँ अपनी ही अपनी
कहो ऐसे मे कहीं सुधार होगे
अगर अपनी सभी दे भागीदारी
खडे क्यूं ना सभी मीनार होगे
अगर पर्यावरण रखे स्वच्छ अपना
जयादा फिर ना बिमार होगे
करो माँ बाप को ना घर से बेघर
न वृद्धाश्रम कही तैयार होगे