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7 Oct 2024 · 1 min read

आसमान का टुकड़ा भी

आसमान का टुकड़ा भी
अब होता नहीं मयस्सर
जिधर भी नजर डालो
ऊंची ऊंची इमारतें, बड़े बड़े घर

चित्रा बिष्ट

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