आसमां तुझे सलाम करें
संयम रखकर खुद पर डगर पर तू चलता चल,
रहना अडिग अपने लक्ष्य पर मिलेंगे काटें तुझे हर पल,
ना थमे राही कदम तेरे !
तू चले जब आसमां में बिजली के जैसी आहट हो,
ना रोक सके बादल तेरा रास्ता इतनी उसमे घबराहट हो,
संघर्ष है जिसके जीवन में अंत में विजय वही अपने नाम करें,
कर राही कुछ ऐसा खुद झुककर आसमां एक दिन तुझे सलामं करे