आशु की शिवी
तू दिल का कारण बनी रहे
तुहि कुम कुम बनी रहे
तुमहि ऒश ,जाम पिला रही
तुहि लाल समुंदर बनी रहे
तू हमेशा खुश रहती रहे
तू झोको सा लगती रहे
तूही रोशन कर्ती करती रहे
तू “आशु” की “शिवी” बनी रहे ।
तू दिल का कारण बनी रहे
तुहि कुम कुम बनी रहे
तुमहि ऒश ,जाम पिला रही
तुहि लाल समुंदर बनी रहे
तू हमेशा खुश रहती रहे
तू झोको सा लगती रहे
तूही रोशन कर्ती करती रहे
तू “आशु” की “शिवी” बनी रहे ।