Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Sep 2022 · 1 min read

आशियाना मेरा ढह गया

आशियाना मेरा ढह गया

प्यार हुआ, परवान चढ़ा, जन्नत भी नसीब हुई,
मेरी ही नजर लगी, आशियाना मेरा ढह गया,
खुशियां मेरा दामन छोड़ गई, उदासी हर जगह छा गई,
सैलाब एक ऐसा आया, हाथों में हाथ था, दुनिया वो मेरी उजाड़ गया।।

#seematuhaina

2 Likes · 369 Views

You may also like these posts

"अचरज "
Dr. Kishan tandon kranti
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
Shekhar Chandra Mitra
अकेली रही जिन्दगी
अकेली रही जिन्दगी
surenderpal vaidya
स्त्री
स्त्री
Shweta Soni
आप अपनी नज़र फेर ले ,मुझे गम नहीं ना मलाल है !
आप अपनी नज़र फेर ले ,मुझे गम नहीं ना मलाल है !
DrLakshman Jha Parimal
आसान होती तो समझा लेते
आसान होती तो समझा लेते
रुचि शर्मा
नासूर
नासूर
Neerja Sharma
"पूनम का चांद"
Ekta chitrangini
मग़रिबी और मशरिक तो क्या सारे जहान में शुमार है जिसका ।
मग़रिबी और मशरिक तो क्या सारे जहान में शुमार है जिसका ।
Phool gufran
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
*माँ दुर्गा का प्रथम स्वरूप - शैलपुत्री*
*माँ दुर्गा का प्रथम स्वरूप - शैलपुत्री*
Shashi kala vyas
तत्वहीन जीवन
तत्वहीन जीवन
Shyam Sundar Subramanian
दिल तो है बस नाम का ,सब-कुछ करे दिमाग।
दिल तो है बस नाम का ,सब-कुछ करे दिमाग।
Manoj Mahato
खुद को सम्हाल ,भैया खुद को सम्हाल
खुद को सम्हाल ,भैया खुद को सम्हाल
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
किसी सहरा में तो इक फूल है खिलना बहुत मुश्किल
किसी सहरा में तो इक फूल है खिलना बहुत मुश्किल
अंसार एटवी
उसने विडियो काल किया था मुझे
उसने विडियो काल किया था मुझे
Harinarayan Tanha
खिलखिलाते हैं उसे देखकर बहुत से लोग,
खिलखिलाते हैं उसे देखकर बहुत से लोग,
Anand Kumar
"अजनबी बन कर"
Lohit Tamta
आल्हा छंद
आल्हा छंद
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
अग्नि कन्या बीना दास
अग्नि कन्या बीना दास
Dr.Pratibha Prakash
"रूढ़िवादिता की सोच"
Dr Meenu Poonia
*सुप्रभातम*
*सुप्रभातम*
*प्रणय*
ध्वनि प्रतिध्वनि
ध्वनि प्रतिध्वनि
Juhi Grover
सपनो का सफर संघर्ष लाता है तभी सफलता का आनंद देता है।
सपनो का सफर संघर्ष लाता है तभी सफलता का आनंद देता है।
पूर्वार्थ
वर्षा के दिन आए
वर्षा के दिन आए
Dr. Pradeep Kumar Sharma
2801. *पूर्णिका*
2801. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आदमी
आदमी
Ruchika Rai
*नहीं हाथ में भाग्य मनुज के, किंतु कर्म-अधिकार है (गीत)*
*नहीं हाथ में भाग्य मनुज के, किंतु कर्म-अधिकार है (गीत)*
Ravi Prakash
मैं गर्दिशे अय्याम देखता हूं।
मैं गर्दिशे अय्याम देखता हूं।
Taj Mohammad
बेहया सच्चाई
बेहया सच्चाई
Sudhir srivastava
Loading...