आशिक़ी
सब लुटाकर क्यों दुखी तू यार है
मुफ़्त में मिलता नहीं ये प्यार है
जो तुझे कंगाल भी ना कर सके
आशिक़ी ऐ दोस्त वह बेकार है
– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 14/01/2023
सब लुटाकर क्यों दुखी तू यार है
मुफ़्त में मिलता नहीं ये प्यार है
जो तुझे कंगाल भी ना कर सके
आशिक़ी ऐ दोस्त वह बेकार है
– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 14/01/2023