आशा निराशा
इन हंसते चेहरों पर उदासी नजर आती है।।
मुझे आज के मिलने मे जुदाई नजर आती हैं।।
जो आज तक थे हमारे और हम भी थे उनके।।
आज वहीं चीज़ अपनी ही पराई नजर आती हैं।।
पता नहीं आज अभी मे ऐसी कौन सी बात हुई।।
आज मुझे सभी मे खुदाई नजर आती हैं।।
दिल मे दर्द आऔर मीठा सा गम हैं।।
आज हर दिल की कली मुरझाई नजर आती हैं।।
गम तो बहुत है आपस मे बिछुड़ने का।।
पर क्या करें आपस मे भलाई नजर आती हैं।।
कृति भाटिया।।