आवास
तिनका-तिनका जोड़कर, बनता है आवास।
भाव एक सम हो जहाँ, सुख-शांति का निवास। ।
छोटा चाहे हो बड़ा, हो अपना आवास।
खुशियों से परिपूर्ण हो, प्यार भरा अहसास।।
-लक्ष्मी सिंह
तिनका-तिनका जोड़कर, बनता है आवास।
भाव एक सम हो जहाँ, सुख-शांति का निवास। ।
छोटा चाहे हो बड़ा, हो अपना आवास।
खुशियों से परिपूर्ण हो, प्यार भरा अहसास।।
-लक्ष्मी सिंह