आवारा
आवारा हूँ,
मनमर्जीओं का मारा हूँ,
शायद इसीलिए आवारा हूँ,
फितरत में नहीं झुकना झुकाना,
सीखा ही नहीं दिल लगाना,
दिल दुखाना,
दुनिया के फरेब से हूँ अंजाना,
कह ले दुनिया चाहे आवारा,
मैं तो हूँ , मनमर्जीओं का मारा ….
आवारा हूँ,
मनमर्जीओं का मारा हूँ,
शायद इसीलिए आवारा हूँ,
फितरत में नहीं झुकना झुकाना,
सीखा ही नहीं दिल लगाना,
दिल दुखाना,
दुनिया के फरेब से हूँ अंजाना,
कह ले दुनिया चाहे आवारा,
मैं तो हूँ , मनमर्जीओं का मारा ….