आवाज दिल की
ये जो बाते हैं…
जो तुम सुन रहे हो ।
ये हमारे अहसास हैं… 2
कोई मजाक मत समझना _2 ।1।
ये जो तुम खेल रहे हो …जिससे ।
वो हमारा दिल है जनाब …
कोई पोशाक मत समझना ।।2।।
ऐ खुदा ….
मुझे मेरी मंज़िल से मिला दे तु ।
ऐ खुदा ….
मुझे मेरी मंज़िल से मिला दे तु ।1।
चलते चलते थक चुका हूँ मैं ।
चलते चलते थक चुका हूँ मैं ।
जिंदगी में…..
एक चैन की निंद सुला दे तु ।।2।।
(हर किसी की अंत में मंजिल मौत ही होती है ।)
हमने तो दिल लगाने को बोला था ।
हमने तो दिल लगाने को बोला था ।
आप तो दिल से ही ….खेल बैठे _2 ।1।
हमने तो दिल से खेलने बोला था_2
आप तो दिल से ही …खेल बैठे ।।2।।
-दिवाकर महतो
बुण्डू, राँची, (झारखण्ड )