आरक्षण २
आरक्षण देने से पहले लोगो ने सोचा होगा
जिसको ये उपहार मिले वो नीचे वर्ग का ही होगा।
आरक्षण देकर तुमने भेदभाव पर जोर दिया,
जातपात और छुआ छूत का नाता फिर से जोड़ दिया।
आरक्षण लेने वालों से अब तो ये कहना होगा
आरक्षण है एक “कुप्रथा” इसे खत्म करना होगा।
आरक्षण के रहते हमसब एक नही हो पाएँगे,
चाहे जितनी कोशिश कर लो, इसमें ही बट जाएँगे।
आरक्षण है ऐसा खंजर जो दूजो का हिस्सा काटे,
इसका खंजर चले उसी पर जो अपना हिस्सा माँगे।
©प्रशान्त तिवारी”अभिराम”