आया है बसंत
आया है वसंत
– बीजेन्द्र जैमिनी
चली हवा फूलों सी
आया है वसंत
दिल खिले आसमान में उड़े
चली हवा फूलों सी
बागों की खशबू
घर घर पहुँचे
हर चहरें पर
आया है वसंत
खेतों की रौनक
चारों ओर नज़र आय
हर दिल पर
छाया है वसंत
घर में खुशी
सभी के चहरे पर आई
देखों सभी
आया है वसंत