*आया जब भूकंप तो (कुंडलिया)*
आया जब भूकंप तो (कुंडलिया)
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आया जब भूकंप तो, लगा तनिक कुछ शोर
कुछ ने आधी रात में, समझा आया चोर
समझा आया चोर, हिली छत धरती सहमी
जागे घर के लोग, हुई तब गहमागहमी
कहते रवि कविराय, कुशल खुद को तब पाया
सब बोले भूकंप, जरा हल्का था आया
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451